tag:blogger.com,1999:blog-32416870.post115506775164407266..comments2023-03-23T01:09:11.546-07:00Comments on गीत गाना चाहता हूँ: Unknownnoreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-32416870.post-17882960640595913592008-06-02T22:50:00.000-07:002008-06-02T22:50:00.000-07:00i like the list but some are going out of my mindi like the list but some are going out of my mindruchika jainhttps://www.blogger.com/profile/03628094028567195808noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-32416870.post-64546406587199264232007-08-25T04:29:00.000-07:002007-08-25T04:29:00.000-07:00Kavitayen bhav-Vichar-Kala ki drishti se utkrisht ...Kavitayen bhav-Vichar-Kala ki drishti se utkrisht hai.<BR/>— MAHENDRA BHATNAGAR<BR/>GWALIORDr. Mahendra Bhatnagarhttps://www.blogger.com/profile/08725713213647179128noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-32416870.post-1157356700912903912006-09-04T00:58:00.000-07:002006-09-04T00:58:00.000-07:00काव्य की विधाओं मे आज गीत और नवगीत और भी सुंदर रूप...काव्य की विधाओं मे आज गीत और नवगीत और भी सुंदर रूप में सामने आ रहे है, इस गीत संग्रह का प्रस्तुतिकरण नि:संदेह अपने आप में अनोखा प्रयास है, गीत - कबीरा बहुत पसंद आया, बधाई स्वीकार करे.<BR/>-रेणु आहूजा.renu ahujahttps://www.blogger.com/profile/13612566545452095476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-32416870.post-1156590920840929622006-08-26T04:15:00.000-07:002006-08-26T04:15:00.000-07:00बहुत सुखद लगा यह पूरा संग्रह ब्लाग पर देखकर..... ग...बहुत सुखद लगा यह पूरा संग्रह ब्लाग पर देखकर..... गीतकार को तो अच्छे गीतों के लिए बधाई दे रहा हूँ परन्तु इन्हें प्रस्तुत करके जयप्रकाश मानस जी ने बहुत ही अच्छा और अनुकरणीय कार्य किया है..... मानस जी को बहुत बहुत बधाई। कुछ अच्छे संग्रह ब्लाग के माध्यम से आने शुरू हुए हैं यह सुखद है निकट भविष्य में और भी अच्छा साहित्य यहाँ उपलब्ध हो सकेगा..... यह विश्वास है।<BR/>-डॉ॰ जगदीश व्योम डॅा. व्योमhttps://www.blogger.com/profile/10667912738409199754noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-32416870.post-1156589380253780432006-08-26T03:49:00.000-07:002006-08-26T03:49:00.000-07:00बल्कि मैं तो कहूंगा, इस तरह का, अपने तरह का हिन्दी...बल्कि मैं तो कहूंगा, इस तरह का, अपने तरह का हिन्दी का पहला गीत संग्रह!<BR/><BR/>गीत अच्छे हैं, प्रयास और अच्छा. इसे देख कर अन्य रचनाकार बंधुओं को भी प्रेरणा मिलेगी.रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.com